Mussoorie | The Queen of Hills


Mussoorie

Uttarakhand एक ऐसा राज्य है जो कि अपने में बहुत सारी खूबसूरती लेकर बसा है. उनमे से ही एक खूबसूरत जगह के बारे में हम आज बात करेंगे। जी हां आज हम किसी और नहीं बल्कि पहाड़ो की रानी यानि कि  मसूरी के बारे में बात करेंगे।  Mussoorie, उत्तराखंड का एक बहुत ही सूंदर और अच्छा Hill Station और Municipal Board है| आज पहाड़ो की रानी भारतीयों और अनेक लोगो से गुलजार रहती है परन्तु एक समय था जब अंग्रेजो ने भारतीयों को माल रोड पे आने के लिए मन किया था। मसूरी की खोज १८२५ में Captain Yung, जो कि एक साहिसक ब्रिटिश मिलिटरी अधिकारी थे ने की थी। १८२७ में मुसूरी में एक सैनिटोरिअल बनाया गया जो कि अब एक लंढौर  में कैंटबोर्ड बन चूका है। समुद्र तल से मसूरी 7000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यह राजधानी देहरादून से 35 किमी दूर है मसूरी की प्राकृतिक सुंदरता इसे हनीमून के लिए एक बहुत लोकप्रिय प्लेस बनाती है। यदि आप हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों के साथ हरे भरे ढलानों के खूबसूरत नजारों का आनंद लेना चाहते हैं तो मसूरी जाना सबसे अच्छा विकल्प है।

                           

कैसे पंहुचा जाये मुसूरी:

मसूरी, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 35  किलोमीटर दूर है। मसूरी जाने के लिए पहले देहरादून आना पड़ता है फिर देहरादून से मसूरी के लिए आपको बस सेवा उपलब्ध है। बस यहाँ से कोढाल गेट, शिव मंदिर होते हुए मसूरी बस स्टैंड तक पहुँचती है। अगर आप चाहे तो यहाँ से टैक्सी लेकर भी आराम से मसूरी पहुंच सकते है। अगर आप मसूरी जाने के लिए टैक्सी लेते है तो आप  आराम से मसूरी के पास की जगह भी आराम से घूम सकते हो।


मसूरी मे  कहा ठहरे:

यहाँ पे आपको रुकने के लिए आसानी से होटल मिल जाते है पर सीजन के समय पे रूम मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है बाकि आप आराम से ऑनलाइन भी होटल बुक करा सकते है। अगर आपको ऑनलाइन होटल बुकिंग में कोई परेशानी है तो आप अपने टैक्सी ड्राइवर से भी किसी अच्छे होटल के बारे में पता केर सकते है।  

मसूरी का मौसम:

मसूरी में लंबे समय तक ग्रीष्मकाल होता है जो मार्च से जून तक रहता है। गर्मियों में मसूरी का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस तक होता है। यही कारण है कि गर्मियों में ज्यादातर लोग मसूरी की सैर करने आते हैं। ग्रीष्मकाल के दौरान मसूरी की लोकप्रियता भी यह विश्वास दिलाता है कि यह वास्तव में यात्रा करने का सबसे अच्छा समय है। मसूरी में ग्रीष्मकाल का मतलब यह भी है कि सर्दियों के महीनों से बर्फ पिघल गई है, जिससे पूरी तरह से बहने वाली धाराएं और शानदार झरने निकलते हैं जो जगह की सुंदरता को बढ़ाते हैं। इन महीनों के दौरान एडवेंचर स्पोर्ट्स और ट्रेकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

मसूरी में मानसून की समीक्षा सबसे अधिक विरोधाभासी है और सभी व्यक्तियों के लिए अलग-अलग साबित होती है। जबकि कुछ का कहना है कि भूस्खलन से लगातार हिल स्टेशन पर जाने वाली सड़कें बेहद खतरनाक साबित होती हैं और इसलिए मसूरी को दुर्गम बना देती हैं, दूसरों का मानना है कि मानसून संभवतः सबसे अच्छा समय है। मसूरी की सड़कें वास्तव में फिसलन भरी हैं और जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीनों में भूस्खलन का खतरा होता है। इसलिए मसूरी मानसून में उन व्यक्तियों के लिए एक आदर्श स्थान है जो कुछ शांति और अपने व्यस्त जीवन से विराम लेना चाहते हैं।

मसूरी आने  के लिए उपयुक्त समय:

वैसे तो मसूरी आने के लिए आप किसी भी समय आ सकते है परन्तु गर्मिया यहाँ आने के लिए उपयुक्त समय है। गर्मियों मे यहाँ आके आप गर्मी से आराम पा सकते है। अगर आपको और भी मनोहारी द्रश्य देखने है तो सर्दियों में विंटर कार्निवल मे आपका स्वागत है।

मसूरी में क्या देखे:

अगर आप मसूरी जाये तो नीचे दिए गए गजहो पर जरूर जाये। ये सभी जगह आपका मन मोह लेगी और आपको कही और जाने का मन ही नहीं करेगा। तो आइये देखते है मसूरी के सूंदर नज़ारे: 
  1. लाल टिब्बा
  2. धनौल्टी
  3. लेक मिस्ट
  4. केम्पटी फॉल
  5. क्लाउड एन्ड
  6. गन हिल
  7. मॉल रोड
  8. पैराग्लाइडिंग एंड ट्रैकिंग
  9. नाग टिब्बा ट्रेक
  10. बनोग वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी
  11. कंपनी गार्डन
  12. ज्वाला देवी टेम्पल मसूरी
  13. कैमल बैक रोड
  14. भट्टा  फॉल
  15. झड़ीपानी  फॉल
  16. जॉर्ज एवेरेस्ट हाउस
  17. हैप्पी वैली, मसूरी
  18. लाइब्रेरी बाजार
  19. मसूरी लेक
  20. मसूरी एडवेंचर पार्क


क्या ख़रीदे:

अगर आप मसूरी आये है और यहाँ से कुछ यादगार पलों  की याद के तोर  पे कुछ ले जाना चाहते है तो आप यहाँ के बाजार से बहुत कुछ ले जा सकते है जैसे कि कोई फोटो,  फोटो फ्रेम, की  रिंग, कोई पोशाक इतियादि।

सारांश:

तो ये थी कुछ मजेदार बाते मसूरी के बारे में, हम आशा करते है कि आपको ये इनफार्मेशन अच्छी लगी होगी और ये आपके टूर के लिए फायदेमंद साबित होगी. ये इनफार्मेशन पड़ने के लिए धन्यवाद।